tag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post4448357493292875126..comments2023-09-26T16:14:28.271+05:30Comments on युवा-मन: जाती आधारित जनगणना अनिवार्यAmit Kumar Yadavhttp://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post-17039690370658683282010-06-06T15:30:12.535+05:302010-06-06T15:30:12.535+05:30samyik chintan.....samyik chintan.....योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post-66412279050738647262010-06-06T15:22:31.463+05:302010-06-06T15:22:31.463+05:30कल 7 जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल...कल 7 जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल जी की प्यारी सी कविता पढना ना भूलियेगा.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post-37206434718616544012010-06-06T15:22:04.263+05:302010-06-06T15:22:04.263+05:30कल ७ जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल...कल ७ जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल जी की प्यारी सी कविता पढना ना भूलियेगा.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post-42031563881176831892010-06-06T10:35:48.527+05:302010-06-06T10:35:48.527+05:30जाति आधारित जनगणना अनिवार्य है..बहुत सही कहा आपने....जाति आधारित जनगणना अनिवार्य है..बहुत सही कहा आपने. मंडल कमीशन कि सिफारिशों का भी लोगों ने विरोध किया, पर क्या हुआ. हल्ला मचाकर सच को नहीं बदला जा सकता. आज नहीं तो कल सरकार को जाति-गणना करानी ही होगी, नहीं तो गद्दी छोड़ने को तैयार रहना होगा. ८० फीसदी पिछड़ों-दलितों पर जोर नहीं चलने वाला, वे जग चुके हैं.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1508842530178836412.post-45076487310135472692010-06-06T10:26:13.912+05:302010-06-06T10:26:13.912+05:30आदरणीय श्री राम शिव मूर्ति यादव जी, आपकी यह पोस्ट ...आदरणीय श्री राम शिव मूर्ति यादव जी, आपकी यह पोस्ट काफी तार्किक व सटीक लगी. इसीलिए यहाँ पर साभार प्रस्तुत किया, ताकि इस पर व्यापक बहस हो सके. <br /><br />बहुत सही लिखा आपने. जिन लोगों ने जाति की आड में सदियों तक शोषण किया, आज अपने हितों पर पड़ती चोट को देखकर बौखला गए हैं. जातिवाद के पोषक ही आज जाति आधारित जनगणना के आधार पर जातिवाद के बढ़ने का रोना रो रहे हैं. इस सारगर्भित लेख के लिए आपकी जितनी भी बड़ाई करूँ कम ही होगी. अपने तार्किक आधार पर जाति-गणना के पक्ष में सही तर्क व तथ्य पेश किये हैं..साधुवाद !!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.com