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मंगलवार, 10 मार्च 2009

रंग-बिरंगी होली आई (बाल कविता)

होली आई, होली आई
रंग-बिरंगी होली आई
आओ पाखी, आओ बंटी
मिलजुल सभी मनाएं होली
पाखी ने भर ली पिचकारी
आई देखो किसकी बारी
उसने सबको ही रँग डाला
लाल, गुलाबी, नीला, काला
आई अब गुलाल की बारी
संग में गुझिया की तैयारी
सब मिलजुल गुझिया खाएं
पाठ प्यार का रोज पढ़ाएं
मिलजुल बन जाएं हमजोली
ऐसी प्यारी है यह होली !!!
कृष्ण कुमार यादव

18 टिप्‍पणियां:

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

कृष्ण कुमार यादव जी! बड़ी प्यारी बाल कविता लिखी है आपने. पढ़कर दिल गदगद हो गया. होली पर्व की शुभकामनायें.

KK Yadav ने कहा…

होली के शुभ अवसर पर,
उल्लास और उमंग से,
हो आपका दिन रंगीन ...

होली मुबारक !
'शब्द सृजन की ओर' पर पढें- ''भारतीय संस्कृति में होली के विभिन्न रंग''

Akanksha Yadav ने कहा…

सुन्दर भावपूर्ण बाल-गीत. होली के रंगों को समेटे एक अनूठी प्रस्तुति.

रश्मि प्रभा... ने कहा…

bahut hi pyaari bal kavita,holi ke masoom rangon se bhari....holi ki shubhkamnayen

बेनामी ने कहा…

ये लो हम हुरियारे भी आ गए होली की शुभकामनायें लेकर....कबीरा...स..र..र..र...

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर बाल कविता..बधाई.

www.dakbabu.blogspot.com ने कहा…

मानवता की हो पिचकारी.
रंग भरा हो प्यार का.
आओ सब मिलकर खेलें होली.
भीग जाये तन-मन यार का !

रंगपर्व की शुभकामनायें !!

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.

Bhanwar Singh ने कहा…

Nice poem.

Bhanwar Singh ने कहा…

होली के रंगों से अंग-अंग रँगा जाये.
सद्भाव, शालीनता के हंगामे से
मन में उमंग भर जाये .
****होली पर्व मुबारक हो****

Unknown ने कहा…

खूब सारी मौजमस्ती और हुरदंग
थोडा सा छान लो बूटी और भांग
फिर देखो कैसे ना चढ़े
होली का ये रंग .

Bahut sundar bal geet.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

सब मिलजुल गुझिया खाएं
पाठ प्यार का रोज पढ़ाएं
मिलजुल बन जाएं हमजोली
ऐसी प्यारी है यह होली !!!
....bACHHON KE LIYE BADHIA SANDESH.iS ANUPAM HOLI-GEET KE LIYE SADHUVAD.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

Wow! Bal kavita padhkar anand aa gaya.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

अंतर्जाल पर के.के.जी छपें बारम्बार !
होली पर सब फगुआ गायें, करें खूब धमाल !!
.....कबीरा...स..र..र..र....

Science Bloggers Association ने कहा…

आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाऍं।

SUNIL KUMAR SONU ने कहा…

holi ki holi thi
machi khub hasin-thitholi thi.
sahad bhi jyada mithi
chhori ki besarm boli yhi.
bura na mano holi thi

BrijmohanShrivastava ने कहा…

प्यारी बाल कविताओं का अभाव होता जरह है ,आपकी रचना के लिए धन्यबाद

बेनामी ने कहा…

sundar rachana

-----------------------"VISHAL"