अब तो मान गए पाखी कि यूँ ही आपको बेस्ट बेबी ब्लागर का अवार्ड नहीं मिला है. आपके जन्मदिन पर कवितायेँ, कार्टून...अभी से सेलिब्रेटी हो गई हो. ..मुबारकवाद !
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बिहार पुलिस के बड़े अफसरों के ध्यानार्थ
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आज के एक अखबार में यह खबर छपी है कि बिहार पुलिस
एक फरार आरोपी की तलाश में पटना,वैशाली और स...
संगम तट पर अधेड़ महिलायें
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<< संगम तट पर अधेड़ महिलायें >> संगम तट पर भीड़ के हर आदमी औरत की अपनी कहानी
होगी। पूरे भारत से आई कहानियां। सब अलग अलग; केवल कुछ ही आपस में गड्ड मड्ड
होती। ...
नन्हे नन्हे से कदम उठाओ – वन स्टेप एट ए टाइम
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आज वो सुबह से ही पान की दुकान पर उदास बैठा था। चेहरे पर ऐसे भाव मानो सब कुछ
लुटा आया हो। बहुत पूछने पर उसने बताया कि ये आने वाला साल 2025 पूरा बेकार
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अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस
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आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) है. पूरे
विश्व में 10 दिसंबर को इसे मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने
10 दिसंब...
रिश्तों की बरसी - 2
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पहला भाग पढें (रिश्तों की बरसी - 1)
दोस्तों ये भी अजीब बात हैं ना, कि आप इस लेख को/ कहानी को पढकर जो सोच रहे
हैं जिसके बारे मंे सोच रहा है वो अगर इस कहा...
How to Make Seeded Oat Bread
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How to Make Seeded Oat Bread You know those gorgeous seed-encrusted loaves
of bread you see in bakery windows? The kind you see and think, that must
take...
सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह
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*सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह*
* सावनी*
काली घटाएँ करती शोर
वन में नाचें पपीहा मोर
मन-मोहक ऋतु आई ऐसी
छाइ हरीतिमा चारों और
अंबर में विधुत्त चमचम...
पटना यात्रा के अनुभव भाग - 2
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अगली सुबह सोकर उठे तो चाय सुडकने की तलब लगी और किसी गुमटी ठेले पर चाय
सुडकने का एक अलग ही आनंद होता है. गुमटी पर चाय सुडकने जावो तो वहां के खास
देशी लोगों ...
छायादार पेड़ की सजा
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www.sahityakar.com
मेरे घर के बाहर दो पेड़ लगे हैं, खूब छायादार। घर के बगीचे में भी इन पेड़ों
की कहीं-कहीं छाया बनी रहती है। कुछ पौधे इस कारण पनप नहीं...
जियो सेट टॉप बॉक्स - महा बकवास
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जियो फ़ाइबर सेवा धुंआधार है, और जब से इसे लगवाया है, लाइफ़ है झिंगालाला. आज
तक कभी ब्रेकडाउन नहीं हुआ, बंद नहीं हुआ और स्पीड भी चकाचक. ऊपर से लंबे समय
से...
Mujhe Yaad aaoge - Hindi Kavita Manch
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मुझे याद आओगे
कभी तो भूल पाऊँगा तुमको,
मुश्क़िल तो है|
लेकिन,
मंज़िल अब वहीं है||
पहले तुम्हारी एक झलक को,
कायल रहता था|
लेकिन अगर तुम अब मिले,
तों ...
सोशल मीडिया में बदजुबान होती अभिव्यक्ति की आजादी
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*फे*सबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प सरीखे सोशल साइट्स ने वैश्विक स्तर पर लोगों
को करीब आने का मौका दिया है तथा एक-दूसरे के विचारों और संस्कृति से परिचित
भी कराय...
पास रक्खेगी नहीं
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पास रक्खेगी नहीं सब कुछ लुटायेगी नदी
शंख शीपी रेत पानी जो भी लाएगी नदी
आज है कल को कहीं यदि सूख जाएगी नदी
होठ छूने को किसी का छटपटाएगी नदी
बैठना फुरसत से ...
ग़ज़ल: प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ
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प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ
हर तरफ हैं नफरतों की आँधियाँ
नफरतों में बांटकर हमको यहाँ
ख़ुद वो पाते जा रहे हैं कुर्सियाँ
खुलके वो तो जी रहे हैं ज़िन्दग...
इंतज़ामअली और इंतज़ामुद्दीन
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हि न्दी में इन दिनों ये दो नए मुहावरे भी चल पड़े हैं। अगर अभी आप तक नहीं
पहुँचे हैं तो जल्दी ही पहुँच जाएँगे। चीज़ों को संवारने, तरतीब देने,
नियमानुसार क...
A VIEW FROM THE STANDS
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In the Great Indian election pageantry the issue is all about who controls
the narrative. As I see there are two narratives: the narrative of Prime
Ministe...
NATION FIRST, PARTY NEXT, SELF LAST
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On April 6th, the BJP will celebrate its Foundation Day. This is an
important occasion for all of us in the BJP to look back, look ahead and
look within. A...
कश्मीर में कट्टरपंथ और कम्युनिज्म का नापाक गठजोड़
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जिस वक्त ब्रिटिश हुकूमत भारत से जाने की तैयारी की उसने "हिन्दू मुस्लिम"
समस्या का समाधान करने का भी निश्चय किया। जो हिन्दू मुसलमान एक साथ मिलकर
१८५७ की जंग...
The worldwide economic crisis and Brexit
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Brexit is a product of the worldwide economic recession, and is a step
towards extreme nationalism, growth in right wing politics, and fascism.
What is t...
प्यार का भी भला कोई नाम होता है ...
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तुम मिले तो जिंदगी में रंग भर गए।
तुम मिले तो जिंदगी के संग हो लिए।
प्यार का भी भला कोई दिन होता है। इसे समझने में तो जिंदगियां गुजर गईं और
प्यार आज भ...
मुझे अपना दोस्त बना लो
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आदिल के घर के पड़ोस में शर्मा अंकल रहते थे. उनका घर बहुत बड़ा था. बच्चे उनसे
बहुत डरते थे. क्योंकि उनकी बड़ी बड़ी मूंछे थी जिसके कारण वो डरावने दिखते थे.
उनक...
Using Surveys for Managing Online Reviews
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Online reviews have been proven to be as influential as a personal
recommendation from a trusted friend. With the weight that is given to
these reviews it ...
हमारा सामाजिक परिवेश और हिंदी ब्लॉग
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वर्तमान नगरीय समाज बड़ी तेजी से बदल रहा है। इस परिवेश में सामाजिक संबंध
सिकुड़ते जा रहे हैं । सामाजिक सरोकार से तो जैसे नाता ही खत्म हो गया है। प्रत्येक...
Mohalla Live
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Mohalla Live
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गाली-मुक्त सिनेमा में आ पाएगा पूरा समाज?
Posted: 24 Jan 2015 12:35 AM PST
सिनेमा समाज की कहानी कहता है और...
७. जंगलों में - कल्पना रामानी
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सोच में डूबा हुआ मन
जब उतरता जंगलों में।
वे हरे जीवन भरे दिन
याद करता जंगलों में।
कल जहाँ तरुवर खड़े थे
ठूँठ दिखते उस जगह।
रात रहती है वहाँ केवल
नहीं...
टिन्डिस (Tyndis) जिसे पोन्नानि कहते हैं
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रोमन साम्राज्य के अभिलेखों में भारत के दक्षिणी तट के टिन्डिस (Tyndis) नामक
बंदरगाह का उल्लेख मिलता है और आज के “पोन्नानि” को ही इतिहासकारों ने टिन्डिस
होने...
होली के रंग कुछ कहते हैं
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रंग हमारे जीवन में बड़े महत्वपूर्ण हैं। ये हमारे स्वास्थ्य और मूड को सीधे
तौर पर प्रभावित करते हैं। हमारे आसपास यूं तो कई रंग हैं, पर ये चाहे-अनचाहे
हम...
मैं ‘आप’ को पसंद क्यों करता हूँ- मटुकनाथ
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बहुत दिनों के बाद फेसबुक पर बैठा, तो मित्रों ने प्रश्नों की झड़ी लगा दी कि
आपने ‘आप’ में क्या देखा जो शामिल होने का मन बना लिया ? अलग अलग कितना जवाब
दूँ। ...
ब्लागिँग सेमिनार की शुरुआत रवि-युनुस जुगलबंदी से
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और ये उद्घटान हो गया। उद्घटान नहीँ भाई उद्घाटन हो गया-ब्लागिँग सेमिनार का।
वर्धा विश्वविद्यालय के हबीबा तनवीर सभागार मेँ वर्धा विश्वविद्यालत द्वारा
आय...
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* अपना ब्लाग अभी तक नही इस परिवार मे शामिल नही करवाया क्या.... जी *नमस्कार
आप सभी को , अगर आप को यहां दो लाईने ही दिख रही हे तो आप इस ब्लाग परिवार के
टाईटल...
Sanjay Pal: Researcher and Link Writer
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हर अगला कदम पीछे होता है,और पीछेवाला आगे आता है ..... पिछले कदम की यह अनवरत
यात्रा है, स्वाभाविक दृढ़ प्रयास ! हिमालय हो या कैलाश पर्वत ..... ऊँचाई
विनम...
सांस्कृतिक उग्रभक्ति और साहित्यः सत्य पी. मोहंती
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प्रो. सत्य पी. मोहंती से रश्मि दुबे भटनागर और राजेन्द्र कौर की बातचीत मूल
अंग्रेजी से अनुवाद: राजशेखर पाण्डेय यह साक्षात्कार अक्टूबर-नवंबर २०११में
लिया गय...
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के बारे में
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आज कुछ ऐसी परिस्थिति है कि हवाई जहाज लखनऊ से दिल्ली आकर रुका है और कुछ देर
में मुंबई उड़ान भरेगा। इसी बीच ख्याल आया कि काफी दिन हुए ब्लॉग पर कुछ लिखा
नहीं ...
प्रकाश सिंह अर्श की दो सुरमयी गज़लें
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लगता है जैसे एक ज़माना बीत गया जबसे कोई पोस्ट नहीं लगा पाया.. कारण सुनने
में न आपको दिलचस्पी होगी और न ही मेरे बताने से कोई बात बनने-बिगड़ने वाली
है, इसल...
तेरी याद में -सतीश सक्सेना
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*हम जी न सकेंगे दुनियां में *
*माँ जन्मे कोख तुम्हारी से *
*जो दूध पिलाया बचपन में ,*
*यह शक्ति उसी से पायी है *
*जबसे तेरा आँचल छूटा,**हम हँसना अम्मा भूल ...
मेरा सवाल 168
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नमस्कार . बहुत दिनों के बाद फ़ुर्सत मिली है आज .दरअसल पिछले कुछ महीनों से
व्यस्त था. स्कूल सर्विस कमीशन की परीक्षा थी . इंटरव्यु था. सेलेक्शन हुआ और
एक...
कुण्डलियाँ : अरविन्द कुमार झा
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मना लो तुम भी होली
*होली में बढ़ती सदा इन चीजों की मांग*
*कपडे खोया साथ में दारू, गांजा, भांग*
*दारू, गांजा,भांग,छान मस्ती में सब ज...
हिंदी ई-पुस्तकों के कुछ उपयोगी लिंक्स
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*ई-बुक्स *
हिन्दीकुंज ई पुस्तकें - http://www.hindiebook.co.cc/
रचनाकार ब्लॉग -
http://rachanakar.blogspot.com/2007/02/hindi-sahitya-e-book.html
हिंदी सम...
Blog
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Hi friend,..........
i am Dr. Sushila Gupta , I blog in hindi and english. The following is the
list of my blogs:-
. http://drsushilaguptaa.blockspot.c...
" 19 दिसम्बर की वह सुबह "------------मिथिलेश दुबे
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रोज की तरह उस दिन भी सुबह होती है, लेकिन वह ऐसी सुबह थी जो सदियों तक लोगों
के जेहन में रहेगी । दिसंबर का वह दिंन तारीख 19 , फांसी दी जानी थी पंडित
रामप्रसा...
Akhilesh ji ko patr
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27. 9. 10
प्रिय अखिलेश जी,
आपका पत्र संख्या 2, दिनांक 21. 9 10 का पत्र मिला। धन्यवाद। आपने पुस्तकें
वापिस करने वाले प्रश्न पर जवाब सोच समझकर ही दिया होगा तभ...
सीता की दुविधा, रामकथा का नया रूप
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फिल्म समीक्षा: रावणनिर्देशक मणिरत्नम की फिल्म ‘रावण’ दो घंटे बीस मिनट चलने
वाला एक ड्रामा है, जिसकी कहानी के कुछ हिस्सों से आप परिचित हैं, कुछ नए हैं।
लाल ...
मीडिया का अछूत गांधी
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इस गांधी की चर्चा मीडिया में अकसर ना के बराबर होती है और अगर होती भी है तो,
सिर्फ और सिर्फ गलत वजहों से। मीडिया और इस गांधी की रिश्ता कुछ अजीब सा है। न
तो ...
सार्थक सृजन ( मार्च 2010 )
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सम्पादकीय
‘सार्थक सृजन’ को अच्छे पाठक और सशक्त रचनाकार मिले, यह गौरव की बात है।
पिछ्ले अंकों को पढ़कर सार्थक टिप्पणियों के लिए सुधी पाठकों का आभारी ...
पॉंच अंकों में पहुँची चिट्ठों की तादाद
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ये छोटी सी पोस्ट इस बात की बधाई बजाने के लिए हुई है कि चिट्ठाजगत पर दर्ज
हिन्दी चिट्ठों की तादाद ने अब पॉंच अंको को छू लिया है। ये स्क्रीनशॉट
देखें-
...
सुधा भार्गव का जीवन परिचय
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* नाम - सुधा भार्गवजन्म तिथि - 8 मार्च 1942जन्म स्थान - अनूपशहर
जिला-बुलन्दशहर (उ0प्र0)माता - स्व0 श्रीमती तारा देवी भार्गवपिता - स्व0 डा0
ज...
बेटियाँ
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*बेटियाँ-*
*शीतल हवाएँ हैं *
*जो पिता के घर बहुत दिन तक नहीं रहतीं*
*ये तरल जल की परातें हैं*
*लाज़ की उज़ली कनातें हैं*
*है पिता का घर हृदय-जैसा*
*ये हृदय की...
10 टिप्पणियां:
ब्लॉग-परी अक्षिता(पाखी) के पाँचवें जन्मदिन पर हम सबकी शुभकामनायें और प्यार.
पाखी जियो हजारों साल.
मस्ती करो और धमाल.
यूँ ही खूब कमाओ नाम.
जन्मदिन पर यही पैगाम।
...बेहतरीन गीत...बधाई.
पाखी को जन्मदिन की असीम बधाइयाँ.
पाखी को जन्मदिन की बहुत बधाइयाँ एवं अनेक शुभकामनाएँ. ढेर आशीष.
पाखी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनायें।
पाखी को जन्मदिन की शुभकामनायें...
पाखी को जन्मदिन की असीम बधाइयाँ|
मेरे जन्मदिन पर आप सभी की शुभकामनाओं और प्यार के लिए बहुत सारा प्यार और आभार !!
हम भी कानपुर के हैं, सो यह कविता भी प्यारी...बधाई.
अब तो मान गए पाखी कि यूँ ही आपको बेस्ट बेबी ब्लागर का अवार्ड नहीं मिला है. आपके जन्मदिन पर कवितायेँ, कार्टून...अभी से सेलिब्रेटी हो गई हो. ..मुबारकवाद !
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