होली आई, होली आई
रंग-बिरंगी होली आई
आओ पाखी, आओ बंटी
मिलजुल सभी मनाएं होली
पाखी ने भर ली पिचकारी
आई देखो किसकी बारी
उसने सबको ही रँग डाला
लाल, गुलाबी, नीला, काला
आई अब गुलाल की बारी
संग में गुझिया की तैयारी
सब मिलजुल गुझिया खाएं
पाठ प्यार का रोज पढ़ाएं
मिलजुल बन जाएं हमजोली
ऐसी प्यारी है यह होली !!!
कृष्ण कुमार यादव
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18 टिप्पणियां:
कृष्ण कुमार यादव जी! बड़ी प्यारी बाल कविता लिखी है आपने. पढ़कर दिल गदगद हो गया. होली पर्व की शुभकामनायें.
होली के शुभ अवसर पर,
उल्लास और उमंग से,
हो आपका दिन रंगीन ...
होली मुबारक !
'शब्द सृजन की ओर' पर पढें- ''भारतीय संस्कृति में होली के विभिन्न रंग''
सुन्दर भावपूर्ण बाल-गीत. होली के रंगों को समेटे एक अनूठी प्रस्तुति.
bahut hi pyaari bal kavita,holi ke masoom rangon se bhari....holi ki shubhkamnayen
ये लो हम हुरियारे भी आ गए होली की शुभकामनायें लेकर....कबीरा...स..र..र..र...
बहुत सुन्दर बाल कविता..बधाई.
मानवता की हो पिचकारी.
रंग भरा हो प्यार का.
आओ सब मिलकर खेलें होली.
भीग जाये तन-मन यार का !
रंगपर्व की शुभकामनायें !!
रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.
Nice poem.
होली के रंगों से अंग-अंग रँगा जाये.
सद्भाव, शालीनता के हंगामे से
मन में उमंग भर जाये .
****होली पर्व मुबारक हो****
खूब सारी मौजमस्ती और हुरदंग
थोडा सा छान लो बूटी और भांग
फिर देखो कैसे ना चढ़े
होली का ये रंग .
Bahut sundar bal geet.
सब मिलजुल गुझिया खाएं
पाठ प्यार का रोज पढ़ाएं
मिलजुल बन जाएं हमजोली
ऐसी प्यारी है यह होली !!!
....bACHHON KE LIYE BADHIA SANDESH.iS ANUPAM HOLI-GEET KE LIYE SADHUVAD.
Wow! Bal kavita padhkar anand aa gaya.
अंतर्जाल पर के.के.जी छपें बारम्बार !
होली पर सब फगुआ गायें, करें खूब धमाल !!
.....कबीरा...स..र..र..र....
आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाऍं।
holi ki holi thi
machi khub hasin-thitholi thi.
sahad bhi jyada mithi
chhori ki besarm boli yhi.
bura na mano holi thi
प्यारी बाल कविताओं का अभाव होता जरह है ,आपकी रचना के लिए धन्यबाद
sundar rachana
-----------------------"VISHAL"
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