मेरे पास माँ है...
माँ ज़िन्दगी की ख्वाब, माँ दुनिया की सबसे बड़ी नेमत।
इन मुर्गी के बच्चों को जरा गौर से देखिये...
अपनी माँ से कैसे लिपटे हुए हैं। और इस माँ ने अपने बच्चों को कैसे अपने ऊपर, अपने परों में छिपा रक्खा है।
यही है माँ का अनूठा प्यार। सरे जहाँ की नेमतों में सबसे बड़ी नेमत है माँ का प्यार, इसी लिए लोग कहते हैं कि
मेरे पास माँ है, माँ...
मुनव्वर राना के शब्दों में...
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुयी ख्वाब में आजाती है।
मुसीबत के दिनों में माँ हमेशा साथ रहती है,
पयम्बर क्या परेशानी में हिम्मत छोड़ सकता है।
एम अफसर खान सागर
इन मुर्गी के बच्चों को जरा गौर से देखिये...
अपनी माँ से कैसे लिपटे हुए हैं। और इस माँ ने अपने बच्चों को कैसे अपने ऊपर, अपने परों में छिपा रक्खा है।
यही है माँ का अनूठा प्यार। सरे जहाँ की नेमतों में सबसे बड़ी नेमत है माँ का प्यार, इसी लिए लोग कहते हैं कि
मेरे पास माँ है, माँ...
मुनव्वर राना के शब्दों में...
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुयी ख्वाब में आजाती है।
मुसीबत के दिनों में माँ हमेशा साथ रहती है,
पयम्बर क्या परेशानी में हिम्मत छोड़ सकता है।
एम अफसर खान सागर
3 टिप्पणियां:
बहुत सुंदर ...माँ से अच्छा कोई नहीं...
ममत्व की धारा...अद्भुत...बधाई हो सागर.
बहुत सुन्दर ...मुन्नवर राना जी का शेर बहुत अच्छा लगा .
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