सियार
-
<<< सियार >>> जीटी रोड के किनारे के इस गांव में बसे एक दशक होने को आया और
मैं गांव की पहचान के तत्वों को ढहते देखता रहा हूं। जो तत्व अभी भी कायम हैं,
उनमें...
-
क्षमा-याचना सहित
-----------
स्वाभाविक ही है।
लोग सामाजिक तथा अन्य तरह के समारोहों
में शामिल होने के लिए मुझे यदाकदा बुलाते हैं।
पर, कई कारणों से मै...
दिवाली भी शुभ है और दीवाली भी शुभ हो
-
चक्कर छोटी 'इ', बड़ी 'ई' का
क्षेत्रीय प्रभाव
[image: ▪]हर साल की तरह इस बार भी मित्रों ने दीवाली/दिवाली की वर्तनी के
बारे में राय जाननी चाही। किसी से चैट प...
साहित्यिक चोरी
-
दोस्तों सुप्रभात,
आज कल गीत, मुक्तक, ग़ज़ल चोरी के काफी आरोप लगाए जा रहें हैं, कुछ लोग किसी और
कि रचना इतने आकर्षक ढंग से प्रस्तुत करते हैं कि लगता है मू...
रिश्तों की बरसी - 2
-
पहला भाग पढें (रिश्तों की बरसी - 1)
दोस्तों ये भी अजीब बात हैं ना, कि आप इस लेख को/ कहानी को पढकर जो सोच रहे
हैं जिसके बारे मंे सोच रहा है वो अगर इस कहा...
मुसीबतें भी अलग अलग आकार की होती है
-
कहते हैं, मुसीबत कैसी भी हो, जब आनी होती है-आती है और टल जाती है-लेकिन जाते
जाते अपने निशान छोड़ जाती है.
इन निशानियों को बचपन से देखता आ रहा हूँ और ख...
डॉल्बी विजन देखा क्या?
-
इससे पहले, अपने पिछले आलेख में मैंने आपसे पूछा था – डॉल्बी एटमॉस सुना क्या?
यदि आपने नहीं सुना, तो जरूर सुनें.
अब इससे आगे की बात –
डॉल्बी विजन देखा क...
How to Make Seeded Oat Bread
-
How to Make Seeded Oat Bread You know those gorgeous seed-encrusted loaves
of bread you see in bakery windows? The kind you see and think, that must
take...
सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह
-
*सावनी और अन्य कवितायें - निहाल सिंह*
* सावनी*
काली घटाएँ करती शोर
वन में नाचें पपीहा मोर
मन-मोहक ऋतु आई ऐसी
छाइ हरीतिमा चारों और
अंबर में विधुत्त चमचम...
पटना यात्रा के अनुभव भाग - 2
-
अगली सुबह सोकर उठे तो चाय सुडकने की तलब लगी और किसी गुमटी ठेले पर चाय
सुडकने का एक अलग ही आनंद होता है. गुमटी पर चाय सुडकने जावो तो वहां के खास
देशी लोगों ...
What the last two years taught us?
-
When I look back at the last 2 years, 2020 and 2021 which will be ending
pretty soon, there are so many things which we have learnt and also
unlearnt. W...
सृजन आस्ट्रेलिया ई पत्रिका का नया अंक
-
पत्रिका: सृजन ऑस्ट्रेलिया, अंक: अगस्त अंक 2021, स्वरूप: ई पत्रिका, प्रधान
संपादक: डाॅ. शैलेश शुक्ला, मुख्य संपादक: श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला,
आवरण/र...
छायादार पेड़ की सजा
-
www.sahityakar.com
मेरे घर के बाहर दो पेड़ लगे हैं, खूब छायादार। घर के बगीचे में भी इन पेड़ों
की कहीं-कहीं छाया बनी रहती है। कुछ पौधे इस कारण पनप नहीं...
अभिमत
-
*बिहार चुनाव में एआईएमआईएम के उभार से बेचैनी क्यों?*
बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में एआईएमआईएम ने सीमांचल के पांच सीटों पर जीत
हासिल कर सेक्युरल दलों में ...
हिमालय और लालच की मशीन
-
अक्टूबर 1995 था. सबीने और मैं पिछले तीन-चार महीनों से मध्य हिमालय की
सुदूरतम घाटियों की धूल छानते भटक रहे थे. धारचूला की व्यांस, दारमा और चौंदास
घाटियों के...
-
*छत्तीसगढ़ की ईस्ट इंडिया कम्पनियाँ: प्रदेश में आर्थिक असमानता की समस्या और
समाधान *
*दावोस चलो! *
आर्जेंटीना के सूरदास कवि जॉर्ज लूई बोर्जेस ने लिखा है क...
तीन तलाक गैर कानूनी हैं।
-
तीन तलाक गैर कानूनी हैं। संसद के दोनों में बी जे पी सरकार ने इसको
पास करवा लिया हैं। तारीफ़ हैं उन मुस्लिम महिला की जिन्होंने अपने हक़ की
लड़ाई को ल...
NATION FIRST, PARTY NEXT, SELF LAST
-
On April 6th, the BJP will celebrate its Foundation Day. This is an
important occasion for all of us in the BJP to look back, look ahead and
look within. A...
-
किसी अनाथालय में रह रही लडकी से शादी करना चाहते हे यह सज्जन Mastram Pal28
November 2016 at 7:16 PM Anath ashram ki ladki se sadi ke liye suzhao
chahiye yad...
कश्मीर में कट्टरपंथ और कम्युनिज्म का नापाक गठजोड़
-
जिस वक्त ब्रिटिश हुकूमत भारत से जाने की तैयारी की उसने "हिन्दू मुस्लिम"
समस्या का समाधान करने का भी निश्चय किया। जो हिन्दू मुसलमान एक साथ मिलकर
१८५७ की जंग...
The worldwide economic crisis and Brexit
-
Brexit is a product of the worldwide economic recession, and is a step
towards extreme nationalism, growth in right wing politics, and fascism.
What is t...
रंग रंग राधा हुई, कान्हा हुए गुलाल
-
रंग रंग राधा हुई, कान्हा हुए गुलाल
वृंदावन होली हुआ सखियाँ रचें धमाल
होली राधा श्याम की और न होली कोय
जो मन रांचे श्याम रंग, रंग चढ़े ना कोय
नंदग्राम की भी...
Mohalla Live
-
Mohalla Live
------------------------------
जाहिलों पर क्या कलम खराब करना!
Posted: 07 Jan 2016 03:37 AM PST
➧ *नदीम एस अख्तर*
मित्रगण कह रहे हैं कि...
अनुभव और संकल्प से रचें नया वर्ष-2016
-
नए साल की शुरूआत पर कुछ नया सोचें, नया लिखें, नया करें, नया कहें और नया
रचें। प्रश्न है नया हो क्या? क्या कलेण्डर बदल देना ही नयापन है? पर मूल में
तो सबकु...
Using Surveys for Managing Online Reviews
-
Online reviews have been proven to be as influential as a personal
recommendation from a trusted friend. With the weight that is given to
these reviews it ...
माँ
-
लेती नही दवाई माँ,
जोडे पाई पाई माँ।
दुःख थे पर्वत राई माँ
हारी नही लडाई माँ।
इस दुनिया में सब मैले हैं
किस दुनिया से आई माँ।
दुनिया के सब रिश्ते ठंडे
गरमा...
हमारा सामाजिक परिवेश और हिंदी ब्लॉग
-
वर्तमान नगरीय समाज बड़ी तेजी से बदल रहा है। इस परिवेश में सामाजिक संबंध
सिकुड़ते जा रहे हैं । सामाजिक सरोकार से तो जैसे नाता ही खत्म हो गया है। प्रत्येक...
९. बिन शाखाओं के - गीता पंडित
-
बिन शाखाओं
के देखो तो
बूढ़ा पीपल फफक रहा है
नहीं वृक्ष ने कुछ चाहा वो
जीवन देते आये हैं
काट उन्हें करते अपंग हम
कैसे अपने साये हैं
ठूँठ हुए हैं
बरग...
टिन्डिस (Tyndis) जिसे पोन्नानि कहते हैं
-
रोमन साम्राज्य के अभिलेखों में भारत के दक्षिणी तट के टिन्डिस (Tyndis) नामक
बंदरगाह का उल्लेख मिलता है और आज के “पोन्नानि” को ही इतिहासकारों ने टिन्डिस
होने...
मैं ‘आप’ को पसंद क्यों करता हूँ- मटुकनाथ
-
बहुत दिनों के बाद फेसबुक पर बैठा, तो मित्रों ने प्रश्नों की झड़ी लगा दी कि
आपने ‘आप’ में क्या देखा जो शामिल होने का मन बना लिया ? अलग अलग कितना जवाब
दूँ। ...
ब्लागिँग सेमिनार की शुरुआत रवि-युनुस जुगलबंदी से
-
और ये उद्घटान हो गया। उद्घटान नहीँ भाई उद्घाटन हो गया-ब्लागिँग सेमिनार का।
वर्धा विश्वविद्यालय के हबीबा तनवीर सभागार मेँ वर्धा विश्वविद्यालत द्वारा
आय...
Sanjay Pal: Researcher and Link Writer
-
हर अगला कदम पीछे होता है,और पीछेवाला आगे आता है ..... पिछले कदम की यह अनवरत
यात्रा है, स्वाभाविक दृढ़ प्रयास ! हिमालय हो या कैलाश पर्वत ..... ऊँचाई
विनम...
Perish her intellect: Four Tamil Women Poets
-
Translated by Lakshmi Holmström Malathi Maithri Perish her intellect: cruel
is her servitude* Her grandmother once carried her husband to his
mistresss ho...
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के बारे में
-
आज कुछ ऐसी परिस्थिति है कि हवाई जहाज लखनऊ से दिल्ली आकर रुका है और कुछ देर
में मुंबई उड़ान भरेगा। इसी बीच ख्याल आया कि काफी दिन हुए ब्लॉग पर कुछ लिखा
नहीं ...
प्रकाश सिंह अर्श की दो सुरमयी गज़लें
-
लगता है जैसे एक ज़माना बीत गया जबसे कोई पोस्ट नहीं लगा पाया.. कारण सुनने
में न आपको दिलचस्पी होगी और न ही मेरे बताने से कोई बात बनने-बिगड़ने वाली
है, इसल...
मेरा सवाल 168
-
नमस्कार . बहुत दिनों के बाद फ़ुर्सत मिली है आज .दरअसल पिछले कुछ महीनों से
व्यस्त था. स्कूल सर्विस कमीशन की परीक्षा थी . इंटरव्यु था. सेलेक्शन हुआ और
एक...
कुण्डलियाँ : अरविन्द कुमार झा
-
१-
मना लो तुम भी होली
*होली में बढ़ती सदा इन चीजों की मांग*
*कपडे खोया साथ में दारू, गांजा, भांग*
*दारू, गांजा,भांग,छान मस्ती में सब ज...
हिंदी ई-पुस्तकों के कुछ उपयोगी लिंक्स
-
*ई-बुक्स *
हिन्दीकुंज ई पुस्तकें - http://www.hindiebook.co.cc/
रचनाकार ब्लॉग -
http://rachanakar.blogspot.com/2007/02/hindi-sahitya-e-book.html
हिंदी सम...
Blog
-
Hi friend,..........
i am Dr. Sushila Gupta , I blog in hindi and english. The following is the
list of my blogs:-
. http://drsushilaguptaa.blockspot.c...
" 19 दिसम्बर की वह सुबह "------------मिथिलेश दुबे
-
रोज की तरह उस दिन भी सुबह होती है, लेकिन वह ऐसी सुबह थी जो सदियों तक लोगों
के जेहन में रहेगी । दिसंबर का वह दिंन तारीख 19 , फांसी दी जानी थी पंडित
रामप्रसा...
Akhilesh ji ko patr
-
27. 9. 10
प्रिय अखिलेश जी,
आपका पत्र संख्या 2, दिनांक 21. 9 10 का पत्र मिला। धन्यवाद। आपने पुस्तकें
वापिस करने वाले प्रश्न पर जवाब सोच समझकर ही दिया होगा तभ...
सीता की दुविधा, रामकथा का नया रूप
-
फिल्म समीक्षा: रावणनिर्देशक मणिरत्नम की फिल्म ‘रावण’ दो घंटे बीस मिनट चलने
वाला एक ड्रामा है, जिसकी कहानी के कुछ हिस्सों से आप परिचित हैं, कुछ नए हैं।
लाल ...
मीडिया का अछूत गांधी
-
इस गांधी की चर्चा मीडिया में अकसर ना के बराबर होती है और अगर होती भी है तो,
सिर्फ और सिर्फ गलत वजहों से। मीडिया और इस गांधी की रिश्ता कुछ अजीब सा है। न
तो ...
सार्थक सृजन ( मार्च 2010 )
-
सम्पादकीय
‘सार्थक सृजन’ को अच्छे पाठक और सशक्त रचनाकार मिले, यह गौरव की बात है।
पिछ्ले अंकों को पढ़कर सार्थक टिप्पणियों के लिए सुधी पाठकों का आभारी ...
पॉंच अंकों में पहुँची चिट्ठों की तादाद
-
ये छोटी सी पोस्ट इस बात की बधाई बजाने के लिए हुई है कि चिट्ठाजगत पर दर्ज
हिन्दी चिट्ठों की तादाद ने अब पॉंच अंको को छू लिया है। ये स्क्रीनशॉट
देखें-
...
सुधा भार्गव का जीवन परिचय
-
* नाम - सुधा भार्गवजन्म तिथि - 8 मार्च 1942जन्म स्थान - अनूपशहर
जिला-बुलन्दशहर (उ0प्र0)माता - स्व0 श्रीमती तारा देवी भार्गवपिता - स्व0 डा0
ज...
बेटियाँ
-
*बेटियाँ-*
*शीतल हवाएँ हैं *
*जो पिता के घर बहुत दिन तक नहीं रहतीं*
*ये तरल जल की परातें हैं*
*लाज़ की उज़ली कनातें हैं*
*है पिता का घर हृदय-जैसा*
*ये हृदय की...
2 टिप्पणियां:
आपको भी सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
आपको भी शुभकामनायें।
एक टिप्पणी भेजें